रत्न तो लाख मिले एक ह्रदय धन ना मिला,
दर्द हर वक्त मिला चैन किसी क्षण ना मिला,
ढूढते ढूढते ढल गई धूप जीवन की मगर,
दूसरी बार लौट के हमे बचपन ना मिला..
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रत्न तो लाख मिले एक ह्रदय धन ना मिला,
दर्द हर वक्त मिला चैन किसी क्षण ना मिला,
ढूढते ढूढते ढल गई धूप जीवन की मगर,
दूसरी बार लौट के हमे बचपन ना मिला..